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Yeh Sambhav Hai

इस संसाधन में कला को और विषयों से जोड़ के पढ़ाने की बात की गयी है।

Major Somnath Sharma

यह कार्यक्रम भारत के प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा के जीवन पर आधारित है उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरान्त 1947 में सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया

CQMH Abdul Hamid

यह कार्यक्रम भारतीय सैनिक हवलदार अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित है उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरान्त 1965 में सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया

Second Lieutenant Arun Khetrapal

यह कार्यक्रम भारतीय सेना के सेकंड लेफ्टीनेंट अरुण खेत्रपाल के जीवन पर आधारित है उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरान्त 1971 में सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया

Subedar Bana Singh

यह कार्यक्रम सेवानिवृत्त भारतीय सैनिक बाना सिंह के जीवन पर आधारित है उन्हें भारत सरकार ने 1987 में सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया

Captain Vikram Batra

यह कार्यक्रम भारतीय सेना के अधिकारी विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित है उन्हें कारगिल युद्ध में अभूतपूर्व वीरता के लिये मरणोपरांत भारत सरकार ने 1999 में सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया

Swadhinta Ki Sargam -Meri Jaan Na Rahey

यह कार्यक्रम उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान प्रभात फेरियों में, सामुहिक जलसों में बडे उत्साह के साथ् गाए जाते थे। ब्रिटिश शासन काल में ऐसे कै गीतों को गाने पर पाबन्दी थी। यह गीत सुश्री सीता बिम्ब्रा द्वारा गाए गए हैं जो वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी हैं और महात्मा गान्धी के साथ स्वतन्त्रता आन्दोलन में व्यक्तिगत रुप से शरीक रही हैं।

Swadhinta Ki Sargam - Vandna ke in

यह कार्यक्रम उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान प्रभात फेरियों में, सामुहिक जलसों में बडे उत्साह के साथ् गाए जाते थे। ब्रिटिश शासन काल में ऐसे कै गीतों को गाने पर पाबन्दी थी। यह गीत सुश्री सीता बिम्ब्रा द्वारा गाए गए हैं जो वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी हैं और महात्मा गान्धी के साथ स्वतन्त्रता आन्दोलन में व्यक्तिगत रुप से शरीक रही हैं।

Swadhinta Ki Sargam - Tu Ghoom Charkhey Ghoom

यह कार्यक्रम उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान प्रभात फेरियों में, सामुहिक जलसों में बडे उत्साह के साथ् गाए जाते थे। ब्रिटिश शासन काल में ऐसे कै गीतों को गाने पर पाबन्दी थी। यह गीत सुश्री सीता बिम्ब्रा द्वारा गाए गए हैं जो वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी हैं और महात्मा गान्धी के साथ स्वतन्त्रता आन्दोलन में व्यक्तिगत रुप से शरीक रही हैं।

Swadhinta Ki Sargam - Uth Takle Te

यह कार्यक्रम उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान प्रभात फेरियों में, सामुहिक जलसों में बडे उत्साह के साथ् गाए जाते थे। ब्रिटिश शासन काल में ऐसे कै गीतों को गाने पर पाबन्दी थी। यह गीत सुश्री सीता बिम्ब्रा द्वारा गाए गए हैं जो वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी हैं और महात्मा गान्धी के साथ स्वतन्त्रता आन्दोलन में व्यक्तिगत रुप से शरीक रही हैं।

Swadhinta Ki Sargam - Dehbal Se Aatmabal Balwan Hai

यह कार्यक्रम उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान प्रभात फेरियों में, सामुहिक जलसों में बडे उत्साह के साथ् गाए जाते थे। ब्रिटिश शासन काल में ऐसे कै गीतों को गाने पर पाबन्दी थी। यह गीत सुश्री सीता बिम्ब्रा द्वारा गाए गए हैं जो वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी हैं और महात्मा गान्धी के साथ स्वतन्त्रता आन्दोलन में व्यक्तिगत रुप से शरीक रही हैं।

Swadhinta Ki Sargam - Jyoti ne payi Amarta

यह कार्यक्रम उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान प्रभात फेरियों में, सामुहिक जलसों में बडे उत्साह के साथ् गाए जाते थे। ब्रिटिश शासन काल में ऐसे कै गीतों को गाने पर पाबन्दी थी। यह गीत सुश्री सीता बिम्ब्रा द्वारा गाए गए हैं जो वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी हैं और महात्मा गान्धी के साथ स्वतन्त्रता आन्दोलन में व्यक्तिगत रुप से शरीक रही हैं।